एक दिन,
एक अदद बच्चों के ,
एक मात्र एकलौते पिता ने
एक गंभीर मसले की
गुत्थी सुलझाने के लिए
मुझे घर पर बुलाया
घर पहुँचते ही
नमस्ते के स्वरों से मेरा अभिबादन जताया
सोफा मेरी तरफ खिसकाया
और फरमाया
मिश्र जी बैठ जाइए
हमारी समस्या का समाधान बताईये
भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है
चिंता का तूफ़ान खा रहा है
सभी लाडले फेल पर फेल हो रहे हैं
अंग्रेजी , बिज्ञान, भूगोल में रो रहे हैं
इनके लिए
इनके भविष्य के लिए
कोई रास्ता सुझाईये
नाम शोहरत , दौलत से भरपूर हो
कोई तरकीब लगाईये
मैंने गंभीर होकर पूंछा
क्या आपके बच्चे
कम समय में ही
सब कुछ पाना चाहते हैं
नाम बनाना चाहते हैं?
जबाब में सुनकर हां
मैं बोला
आप कल ही बाज़ार जाईये
कपड़ों का थान ले आईये
झंडे बनबायिये
हर गली हर नुक्कड़ पर
अपने लाल दुलारों से फहरबायिये
अंग्रेजी, हिंदी की मिली जुली
संकर नस्ल का मोडर्न भाषण दिलवाईये
आप सुखद परिणाम पाएंगे
चाँद बरसों में ही
पूरी की पूरी संसद में
आपके लाडले नजर आयेंगे
A2/34
एक दिन,
एक अदद बच्चों के ,
एक मात्र एकलौते पिता ने
एक गंभीर मसले की
गुत्थी सुलझाने के लिए
मुझे घर पर बुलाया
घर पहुँचते ही
नमस्ते के स्वरों से मेरा अभिबादन जताया
सोफा मेरी तरफ खिसकाया
और फरमाया
मिश्र जी बैठ जाइए
हमारी समस्या का समाधान बताईये
भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है
चिंता का तूफ़ान खा रहा है
सभी लाडले फेल पर फेल हो रहे हैं
अंग्रेगी, बिज्ञान, भूगोल में रो रहे हैं
इनके लिए
इनके भविष्य के लिए
कोई रास्ता सुझाईये
नाम शोहरत , दौलत से भरपूर हो
कोई तरकीब लगाईये
मैंने गंभीर होकर पूंछा
क्या आपके बच्चे
कम समय में ही
सब कुछ पाना चाहते हैं
नाम बनाना चाहते हैं?
जबाब में सुनकर हां
मैं बोला
आप कल ही बाज़ार जाईये
कपड़ों का थान ले आईये
झंडे बनबायिये
हर गली हर नुक्कड़ पर
अपने लाल दुलारों से फहरबायिये
अंग्रेजी, हिंदी की मिली जुली
संकर नस्ल का मोडर्न भाषण दिलवाईये
आप सुखद परिणाम पाएंगे
चाँद बरसों में ही
पूरी की पूरी संसद में
आपके लाडले नजर आयेंगे
कॉलेज जीवन की एक रचना
डॉ आशुतोष मिश्र
आचार्य नरेन्द्र देव कॉलेज ऑफ़ फार्मेसी
बभनान, गोंडा, उत्तरप्रदेश
मोबाइल न० 9839167801
आपकी सलाह पसंद आई....आसुतोष जी ...
ReplyDeleteसुंदर रचना...बेहतरीन पोस्ट
.
MY RECENT POST...काव्यान्जलि ...: आँसुओं की कीमत,....
आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार के चर्चा मंच पर भी होगी!
ReplyDeleteसूचनार्थ!
--
संविधान निर्माता बाबा सहिब भीमराव अम्बेदकर के जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ-
आपका-
डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
मौजूदा दौर में यही स्थिति है.... सही चित्रण ......
ReplyDeleteसबसे अच्छा व्यवसाय..
ReplyDeleteबहुत बेहतरीन....
ReplyDeleteमेरे ब्लॉग पर आपका हार्दिक स्वागत है।