एक बादा तेरा करना फिर मुकर यूं जाना A
कभी अपना बताना , कभी कहना बेगाना AA
कुछ सवालात मेरे दे दो तुम जवाब मुझे A
कुछ सवालात मेरे दे दो तुम जवाब मुझे A
उम्र भर न सही पल भर तो ठहर ही जाना AA
मेरी हर बात पे बस तेरी यही ख़ामोशी A
मेरी हर बात पे बस तेरी यही ख़ामोशी A
मुझको पागल करेगी देगी बना दीवाना AA
मुझको रोका तेरी आँखों से क्षलकती मय ने A
वरना जिस मोड़ पे खड़ा ; वहीँ है मैखाना AA
वरना जिस मोड़ पे खड़ा ; वहीँ है मैखाना AA
अपनी जिद पर मैं अगर आया तो पक्षताओगे A
पेश कर दूंगा भरी भीड़, दिल का नजराना AA
चान्दिनी शब् है, जमी पे उतर भी अब आओ A
चान्दिनी शब् है, जमी पे उतर भी अब आओ A
रोज अच्क्षा नहीं फलक पे यूं ही इतराना A
प्रिय मित्र धीरज कौशिक को समर्पित
डॉ आशुतोष मिश्र
डायरेक्टर
आचार्य नरेन्द्र देव कॉलेज ऑफ़ फार्मेसी
बभनान, गोंडा, उत्तरप्रदेश
मोबाइल न० 9839167801
चाँदनी शब् है, जमी पे उतर भी अब आओ A
ReplyDeleteरोज अच्छा नहीं फलक पे यूं ही इतराना
वाह!